PM Kisan 20th installment Date
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) की 20वीं किस्त जारी होने से ठीक पहले करोड़ों किसानों को बड़ा झटका लगा है। जहां अधिकतर किसान इस योजना की किस्त का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, वहीं कई किसानों को इस बार पैसे नहीं मिल पाएंगे, जिसकी वजह है जरूरी नियमों की अनदेखी और प्रक्रिया में गड़बड़ियां।
सरकार की तरफ से साफ किया गया है कि सिर्फ वही किसान 20वीं किस्त का लाभ उठा सकेंगे, जिन्होंने अपनी eKYC (ई-केवाईसी) पूरी कर ली है और जिनके बैंक खाते तथा भूमि रिकॉर्ड दुरुस्त हैं। अगर किसी किसान का बैंक अकाउंट डी-एक्टिवेट है, IFSC कोड गलत है, या मोबाइल नम्बर अपडेट नहीं है, तो उस किसान की किस्त अटक सकती है। साथ ही जिन किसानों के भूमि कागजात अधूरे हैं या जिनका ई-केवाईसी लंबित है, उन्हें भी इस बार पैसा नहीं मिलेगा।
PM Kisan 20th installment
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, ऐसे अपात्र किसानों, जिनका नाम योजना की पात्रता सूची में नहीं है– जैसे इनकम टैक्सदाता, सरकारी कर्मचारी, सार्वजनिक संस्थान कर्मचारी आदि– उनसे सरकार अब तक 400 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि वसूल चुकी है और आगे भी वसूली जारी रहेगी।
कई किसान पिछले कई महीनों से किस्त का इंतजार कर रहे हैं। 19वीं किस्त फरवरी 2025 में आई थी, जिनमें करीब 9.8 करोड़ किसानों को ₹22,000 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए थे। लेकिन 20वीं किस्त में देरी की वजह से किसानों की चिंता और बढ़ गई थी। आखिरकार सरकार ने ऐलान कर दिया कि 20वीं किस्त 2 अगस्त 2025 को सीधे किसानों के खातों में ट्रांसफर कर दी जाएगी, जिससे लगभग 9.7 करोड़ किसान लाभान्वित होंगे।
लेकिन बहुत से किसान– खासतौर से छोटे और सीमांत किसान– जिन्हें इस आर्थिक मदद की सबसे ज़्यादा जरूरत है, वे आधार आधारित प्रक्रिया, eKYC न होने या अन्य दस्तावेजों की कमी के कारण इस बार रकम से वंचित रह सकते हैं।
सरकार ने किसानों से अपील की है कि वे समय रहते निम्न बिंदुओं की जांच और सुधार कर लें:
eKYC पूरी करें।
बैंक खाते की डिटेल्स अपडेट रखें।
मोबाइल नम्बर और IFSC कोड सही रखें।
भूमि रिकॉर्ड अपलोड और विवाद मुक्त रखें।
अगर ऐसा नहीं किया गया, तो किस्त का पैसा अटक सकता है। पहले भी लाखों किसानों की किस्त इन्हीं कारणों से रुकी थी।
इसलिए किसानों को अगली बार से सतर्क रहना चाहिए और सभी जरूरी प्रक्रिया को समय से पूरा कर लेना चाहिए, ताकि सरकार द्वारा दी जा रही इस महत्वपूर्ण आर्थिक सहायता का लाभ उन्हें पूर्ण और समय पर मिल सके।
कुल मिलाकर, जहां लाखों किसानों को किस्त का इंतजार खत्म हुआ, वहीं लाखों दूसरे किसानों के लिए सरकार की सख्ती और कानूनी प्रक्रियाएं बदी खबर बनकर आई हैं। इसी वजह से करोड़ों किसानों को पीएम किसान की किस्त आने से पहले बड़ा झटका लगा है।