Petrol Diesel LPG Today
आज के दौर में पेट्रोल, डीज़ल और गैस के दाम आम जन-जीवन को सीधा प्रभावित करते हैं। अगस्त 2025 में इनकी कीमतों में स्थिरता के साथ मामूली उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। इस लेख में आपको प्रमुख शहरों में वर्तमान दरों की जानकारी, कीमतों में आए बदलाव और इसके कारणों की विस्तार से जानकारी दी जा रही है। अगर पूरी जानकारी पेट्रोल डीजल और एलपीजी गैस सिलेंडर का लेना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को एक और बार एक ही से पढ़ें और जाने कौन से शहर में कितना प्राइस अभी चल रहा है।
अगस्त 2025 में भारत के अधिकांश शहरों में पेट्रोल के दाम लगभग स्थिर हैं। उदाहरण के लिए:
नई दिल्ली: ₹94.72–₹94.77 प्रति लीटर
मुंबई: ₹104.21–₹104.04 प्रति लीटर
कोलकाता: ₹103.94 प्रति लीटर
चेन्नई: ₹100.75 प्रति लीटर
बेंगलुरु: ₹102.92 प्रति लीटर
पेट्रोल की कीमतें राज्यवार टैक्स (VAT), एक्साइज ड्यूटी और डीलर कमीशन पर निर्भर करती हैं। प्रत्येक शहर में कीमत अलग-अलग रहती है क्योंकि टैक्स की दरें राज्य अनुसार बदलती हैं।
डीज़ल के दाम
डीज़ल के दाम भी पेट्रोल की तरह बड़े शहरों में लगभग स्थिर रहे हैं:
नई दिल्ली: ₹87.62–₹87.67 प्रति लीटर
मुंबई: ₹92.15–₹90.03 प्रति लीटर
कोलकाता: ₹90.76 प्रति लीटर
चेन्नई: ₹92.34 प्रति लीटर
बेंगलुरु: ₹89.02 प्रति लीटर
डीज़ल परिवहन एवं लॉजिस्टिक्स के लिए जरूरी है, इसलिए इनके दामों का सीधा असर मालभाड़े, खाद्य सामग्री और अन्य जरूरी वस्तुओं की महंगाई पर पड़ता है।
गैस (LPG) के दाम
रसोई गैस (14.2 किलोग्राम घरेलू सिलेंडर) की कीमत अगस्त 2025 में भी पिछले कुछ माह जैसी बनी हुई है:
नई दिल्ली: ₹853 प्रति सिलेंडर
मुंबई: ₹852.50 प्रति सिलेंडर
कोलकाता: ₹879 प्रति सिलेंडर
चेन्नई: ₹868.50 प्रति सिलेंडर
वाणिज्यिक सिलेंडर (19 किलोग्राम) के दामों में 1 अगस्त 2025 से ₹33–34 की कमी की गई है, जिससे छोटे व्यवसायों को थोड़ी राहत मिली है।
Petrol Diesel LPG Today
क्या हैं बढ़ती-घटती कीमतों के कारण?
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में बदलाव।
रुपये का डॉलर के मुकाबले कमजोर या मजबूत होना।
केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा टैक्स में बदलाव।
वैश्विक मांग एवं सप्लाई में संतुलन/असंतुलन।
ओइल मार्केटिंग कंपनियों का प्राइसिंग मैकेनिज़्म।
आम जनता पर असर
ईंधन की कीमतों में मामूली भी परिवर्तन सीधे तौर पर हर नागरिक की जेब पर असर डालता है। इसकी वजह से परिवहन, खाद्य पदार्थों की ढुलाई, सर्विस और उत्पादों की कीमतों में भी वृद्धि या कमी देखी जाती है।
निष्कर्ष
अगस्त 2025 में पेट्रोल, डीज़ल और एलपीजी गैस के दामों में विशेष उतार-चढ़ाव नहीं रहा है। सरकार और कंपनियां अंतरराष्ट्रीय बाजार पर नजर रखते हुए छोटे समायोजन कर रही हैं, ताकि आम आदमी पर बोझ कम हो सके। यह अनुमान लगाया जा सकता है कि यदि विश्वभर में कच्चे तेल की कीमतें स्थिर बनी रहीं और टैक्स में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ, तो आने वाले समय में भी भारत में ईंधन के दाम नियंत्रित रहेंगे